
अधीर रंजन ने बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष पद से दिया इस्तीफा !
लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम कुछ हफ्ते पहले सामने आ चुके हैं। केंद्र में एक बार फिर से तीसरी बार प्रदानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बन चुकी है। कांग्रेस का प्रदर्शन बीते दो लोकसभा चुनाव के मुकाबले सुधरा है। हालांकि, पश्चिम बंगाल में पार्टी का प्रदर्शन बुरा रहा है। अब बंगाल में पार्टी के बुरे प्रदर्शन की जिम्मेदारी लेते हुए अधीर रंजन चौधरी ने प्रदेश अध्यक्ष का पद छोड़ दिया है।
जानकारी के मुताबिक, अधीर रंजन चौधरी ने पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। सूत्रों ने बताया है कि अधीर रंजन ने लोकसभा चुनाव में हार स्वीकार करते हुए और चुनाव में पश्चिम बंगाल में पार्टी के खराब प्रदर्शन को स्वीकार करते हुए अपने पद से इस्तीफा दिया। खुद अधीर रंजन चौधरी को बहरामपुर लोकसभा सीट से हार का सामना करना पड़ा था। उन्हें टीएमसी कैंडिडेट युसूफ पठान के हाथों हार झेलनी पड़ी थी, जो पूर्व में क्रिकेटर रहे हैं।
हाईकमान ने अभी फैसला नहीं दिया–सूत्र
सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस हाईकमान ने अधीर चौधरी के इस्तीफे को लेकर अभी कोई फैसला नहीं लिया है।
अधीर का जन्म एक बंगाली परिवार में दो अप्रैल, 1956 को हुआ था। इन्होंने 1996 में अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। अधीर 1996 में विधायक बने। 1999 में वह संसद सदस्य बने। जिला कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में जिला परिषद चुनाव में पार्टी की जीत व मुर्शिदाबाद जिले के विभिन्न नगर पालिका के चुनावों में जीत दिलाने वाले एकमात्र व्यक्ति अधीर थे।
उन्होंने 2004 में मुर्शिदाबाद जिले के जंगीपुर संसदीय क्षेत्र से प्रणब मुखर्जी के चुनाव अभियानों में भाग लिया और 2009 में भी पहल की थी। उन्हें प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कैबिनेट में 28 अक्टूबर, 2012 को रेलवे राज्य मंत्री के रूप में शामिल किया गया था। वह 10 फरवरी, 2014 को पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष बने।