अमित शाह ने किया बिहार से अपने चुनावी एजेंडे का उद्घोष

ट्रिपल एम से चुनावी शंखनाद: मोदी, मंदिर और महिला
पुनौरा धाम: सियासत और संस्कृति का बना संगम
महिला मतदाताओं व योजनाओं से जोड़ी गई राजनीति

न्यूज़ बॉक्स संवाददाता
सीतामढ़ी/ बिहार :चुनावी वर्ष में भारतीय जनता पार्टी ने बिहार से अपने चुनावी एजेंडे का उद्घोष कर दिया है। ‘ट्रिपल एम’ यानी मोदी, मंदिर और महिला। यह नारा न केवल एक रणनीतिक संदेश है- बल्कि एक समग्र चुनावी अभियान का संकेत भी है, जिसमें केंद्र और राज्य सरकारों की योजनाओं से लेकर सांस्कृतिक और भावनात्मक मुद्दों तक सब कुछ समाहित है।
सीतामढ़ी के पुनौरा धाम में शुक्रवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने माता जानकी के भव्य मंदिर की आधारशिला रखी। यह आयोजन एक धार्मिक अनुष्ठान मात्र नहीं, बल्कि राजनीतिक शक्ति प्रदर्शन भी था। शिलान्यास के मौके पर बारिश को ‘मां सीता का आशीर्वाद’ बताकर इसे धार्मिक आधिपत्य का रूप दिया गया। मंदिर के निर्माण पर 890 करोड़ रुपए की लागत आएगी , जिसमें 137 करोड़ मंदिर निर्माण पर, जबकि 638 करोड़ परिक्रमा पथ और अन्य सुविधाओं पर खर्च होंगे। यह रामायण सर्किट को नया आयाम देने वाला कदम है, जो निश्चित ही बीजेपी के सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के एजेंडे से जुड़ा है।

अमित शाह ने सभा को संबोधित करते हुए स्पष्ट कहा कि “मैं बनिए का बेटा हूँ, हर चीज़ का हिसाब रखता हूँ।” यह बात उन्होंने तेजस्वी यादव का नाम लिए बिना कही, लेकिन निशाना पूरी तरह सटीक था। उन्होंने पीएम मोदी के बिहार को दिए 83,000 करोड़ के पैकेज, रेल खंड, हाईवे, और विकास परियोजनाओं की गिनती कर विपक्ष को घेरा। इतना ही नहीं, घुसपैठियों और वोटर लिस्ट के मुद्दे पर भी शाह ने राष्ट्रवाद का कार्ड खेला। “जो भारत में जन्मा नहीं, उसको वोट देने का अधिकार नहीं होना चाहिए।” विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि लालू एंड पार्टी घुसपैठियों का समर्थन कर रही है।

बीजेपी की रणनीति में महिलाएं केंद्रीय भूमिका निभा रही हैं। महिला कल्याण की योजनाएं , उज्ज्वला, लखपति दीदी, पीएम आवास, पोषण अभियान,नारी सशक्तिकरण की दिशा में ठोस पहल के रूप में पेश की जा रही हैं। सीता मंदिर का संदर्भ भी महिलाओं से भावनात्मक जुड़ाव का प्रतीक बन रहा है।अमित शाह ने अपने भाषण में मैथिली भाषा, शारदा सिन्हा और मिथिला पेंटिंग का जिक्र कर यह संदेश दिया कि भाजपा स्थानीय संस्कृति और पहचान को राष्ट्रीय सम्मान दिला रही है। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति को मिथिला पेंटिंग भेंट किए जाने का उल्लेख इसकी अंतरराष्ट्रीय पहचान को भी रेखांकित करता है।

बीजेपी का ‘ट्रिपल एम’ फॉर्मूला,मोदी के नेतृत्व में विकास, मंदिर के सहारे भावनात्मक जुड़ाव और महिला मतदाताओं के भरोसे सामाजिक विस्तार , एक बहुस्तरीय चुनावी योजना है। और पुनौरा धाम से इसका शंखनाद स्पष्ट करता है कि पार्टी अब पूरी तरह चुनावी मोड में आ चुकी है।अमित शाह के दौरे को लेकर कांग्रेस और आरजेडी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। आरजेडी प्रवक्ता शक्ति यादव ने कहा की तेजस्वी यादव मुद्दे की बात करते है। जबकि बीजेपी मंदिर मस्जिद की। वही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रेमचंद मिश्र कहते है कि उन्होने सबसे पहले माता जानकी के विकास की थी। इन सबसे कुछ नहीं होने वाला।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *