
राजस्थान के बांसवाड़ा की डॉ. कोनी व्यास, उनके पति डॉक्टर प्रदीप जोशी, बच्चे प्रद्युत जोशी, मिराया जोशी और नकुल जोशी की भी विमान क्रैश में मौत हो गई।
न्यूज़ बॉक्स संवाददाता
बांसवाड़ा :जो सफर सपनों को हकीकत में बदलने के लिए शुरू हुआ था, वो कुछ ही मिनटों में एक दर्दनाक अंत में बदल गया। गुरुवार को अहमदाबाद से लंदन के गैटविक एयरपोर्ट के लिए उड़ान भरने वाला एयर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान (AI 171) उड़ान भरने के महज दो मिनट बाद हादसे का शिकार हो गया। विमान आग का गोला बनकर ज़मीन से टकराया और उसमें सवार सभी 241 लोगों की मौत हो गई। इनमें राजस्थान के 10 लोग भी शामिल थे। दो शेफ, दो छात्र ,तीन छोटे बच्चे और एक नवविवाहिता।
उदयपुर से शगुन मोदी और शुभ मोदी नामक भाई-बहन इस विमान में सवार थे। दोनों लंदन में पढ़ाई कर रहे थे और मार्बल व्यापारी पिंकू मोदी के बच्चे हैं। कुछ समय के लिए वे भारत आए थे और अब वापस पढ़ाई के लिए लौट रहे थे। लेकिन किसे पता था कि ये सफर कभी खत्म ही नहीं होगा। अब उदयपुर में उनके परिजन और जानने वाले गहरे सदमे में हैं।
इसी तरह उदयपुर जिले के वल्लभनगर तहसील के रूदेड़ा गांव के वरर्दी चंद्र मेनारिया और रोहिडा गांव के प्रकाश चंद मेनारिया भी हादसे का शिकार हुए। दोनों लंदन में शेफ के तौर पर काम करते थे और हाल ही में भारत आए थे। इस दुर्घटना ने उनके सपनों के साथ उनके परिवारों की दुनिया भी उजाड़ दी।
एक और दिल दहला देने वाली कहानी है बालोतरा की खुशबू तंवर की। शादी के बाद वह पहली बार अपने डॉक्टर पति के पास लंदन जा रही थी। 3 महीने पहले ही खुशबू की शादी जोधपुर के खानाबेरा पुरोहितान में हुई थी। वीजा दस्तावेज़ पूरे होने के बाद बुधवार को वह गांव से अहमदाबाद के लिए निकली थीं। लेकिन लंदन पहुंचने से पहले ही किस्मत ने रास्ता बदल दिया। खुशबू के पिता ने अहमदाबाद हवाई अड्डे पर खुशबू को एयरपोर्ट के अंदर भेजने से पहले बनाया गया वीडियो भी अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया और लंदन जाने के लिए गुड लक लिखा.
अहमदाबाद में प्लेन क्रेस में बांसवाड़ा के भी पांच लोग सवार थे। बांसवाड़ा प्रतीक जोशी, कोमी व्यास, मिराया जोशी, नकुल जोशी और प्रद्युत जोशी इस प्लेन में थे। फिलहाल परिवार अहमदाबाद के लिए रवाना हो चुके है जबकि घर पर सन्नाटा पसरा हुआ है। घटना को जानकारी मिलते ही डीएसपी गोपीचंद मीणा घर पहुंचे। गांव में मातम पसरा है। हर घर में शोक है। अहमदाबाद में हुआ यह विमान हादसा सिर्फ एक तकनीकी दुर्घटना नहीं, बल्कि सैकड़ों सपनों का टूटना है।