ऑपरेशन सिंदूर :संसद के मानसून सत्र का सबसे बड़ा मुकाबला

रक्षा मंत्री ने सेना की कार्रवाई को ऐतिहासिक बताया
ऑपरेशन बीच में क्यों रोका गया?-राहुल गाँधी
ट्रम्प के सामने 56 इंच का सीना 36 इंच क्यों ?- कल्याण बनर्जी

न्यूज़ बॉक्स संवाददाता
नयी दिल्ली ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान लोकसभा में सरकार और विपक्ष आमने-सामने आ गए। दोपहर 2:05 बजे से शुरू हुई चर्चा में जहां रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना की कार्रवाई को ऐतिहासिक करार दिया, वहीं विपक्ष ने ऑपरेशन को लेकर कई सवाल उठाए।
राजनाथ सिंह ने कहा हमने आतंकियों को उनके घर में घुसकर मारा। सेना ने हमारी माताओं-बहनों के सिंदूर का बदला लिया। यह ‘सिंदूर की लाली’ शौर्य की कहानी है। हमारा उद्देश्य आतंकी ठिकानों को तबाह करना था और सेना ने वह लक्ष्य हासिल किया। हमने किसी के दबाव में पाकिस्तान से सीजफायर नहीं किया।
राजनाथ सिंह के भाषण के बीच नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी अपनी सीट से खड़े हुए और तीखा सवाल दागा।राहुल गांधी ने कहा अगर पाकिस्तान घुटनों पर था, तो ऑपरेशन सिंदूर को बीच में क्यों रोका गया?
इसके बाद कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई ने सरकार पर हमले की कमान संभाली। उन्होंने पूछा — आखिर आतंकी पहलगाम तक पहुंचे कैसे? उन्होंने कहा रक्षा मंत्री ने बताया नहीं कि आतंकवादी पहलगाम तक कैसे पहुंचे, 26 लोगों की हत्या कैसे हुई? अगर ऑपरेशन सिंदूर इतना सफल था, तो PoK अभी क्यों नहीं लिया?
इसके बाद केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने पीएम मोदी के एक्शन की तारीफ करते हुए कहा कि वे बोलते नहीं, एक्शन से जवाब देते हैं।पूरी दुनिया ने ऑपरेशन सिंदूर की सराहना की, लेकिन विपक्ष को सिर्फ कमी दिखती है। प्रधानमंत्री एक्शन से जवाब देते हैं, भाषण से नहीं।
इसके बाद टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने सीधा हमला अमेरिका और प्रधानमंत्री मोदी की चुप्पी पर बोला।उन्होंने विशेष स्ट्रेटेजी के साथ इंग्लिश और बंगला में अपनी बात रखते हुए कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति कह रहे हैं उन्होंने सीजफायर कराया-तो PM मोदी X पर एक लाइन क्यों नहीं लिखते कि ये झूठ है? ट्रम्प के सामने तो उनका 56 इंच का सीना 36 इंच का हो जाता है।
इंडिया गठबंधन के सहयोगी समाजवादी पार्टी ने भी सरकार की मंशा पर सवाल उठाए।रामशंकर राजभर ने कहा 100 आतंकियों को मारा, लेकिन ये नहीं बताया गया कि पहलगाम हमले वाले आतंकी मारे गए या नहीं। 18 दिन बाद ऑपरेशन शुरू हुआ और 3 दिन में खत्म कर दिया गया। जनता तंदूर चाहती थी, आपने सिंदूर दे दिया!
सवालों की बौछार है, जवाब की कोशिश भी है, लेकिन बहस थमी नहीं है। ऑपरेशन सिंदूर पर सियासी रण अभी बाकी है।कल भी ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में चर्चा जारी रहेगी,और इस बार मैदान में होंगे राहुल गांधी, अखिलेश यादव और अमित शाह और पीएम मोदी समेत कई वरिष्ठ नेता।

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