
न्यूज़ बॉक्स संवाददाता
नयी दिल्ली :कोरोना महामारी के बाद से हार्ट अटैक के मामलों में बेतहाशा बढ़ोतरी। यह समस्या अब केवल बुजुर्गों तक सीमित नहीं रही बल्कि 20 से 45 साल तक के युवा भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। कई राज्यों से ऐसे मामले सामने आए हैं जहां बिल्कुल स्वस्थ नजर आने वाले लोग अचानक हार्ट अटैक का शिकार हुए और जान गंवा बैठे। कर्नाटक के हासन में विगत एक माह में 22 लोगों की मौतों ने पूरे देश में हलचल मचा दी है। इन सभी लोगों की जान हार्ट अटैक के कारण ही गई। लगातार हो रही मौत का पता लगाने के लिए राज्य सरकार ने एक जांच टीम भी हासन भेजी है। इस बीच एक सवाल भी लगातार उठाया जा रहा है कि क्या देश में अचानक हो रहे हार्ट अटैक का कारण कोरोना वैक्सीन है? दरअसल, पिछले कुछ समय से ऐसी कई तस्वीरें हमारे सामने आईं, जिसमें पूरी तरह फिट इंसान की अचानक हार्ट अटैक से जान चली गई। अब इन कयासों और सवालों पर इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च और AIIMSकी एक स्टडी सामने आई है। इन स्टडी में स्पष्ट कहा गया है कि इन हार्ट अटैक से कोरोना वैक्सीन को कोई सम्बन्ध नहीं है। उल्लेखनीय है कि ये स्टडी 2023 में मई से अगस्त माह के बीच की गई थी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के द्वारा भी यह स्पष्ट किया गया है कि कोरोना वैक्सीन और अचानक हो रहे हार्ट अटैक में कोई भी संबंध नहीं है। ICMRऔर AIIMS ने ये स्टडी 19 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 47 अस्पतालों में मई से अगस्त 2023 के बीच में की है और ये स्टडी एकदम फिट लोगो पर की गयी है। लेकिन अक्टूबर 2021 से मार्च 2023 में अचानक उनकी मौत हो गई। स्टडी में साफ कहा गया कि स्टडी में युवाओं की अचानक हो रही मौतों का इससे कोई सम्बन्ध नहीं है
स्टडी में कोविड के बाद हार्ट अटैक के मामलों में बढ़ोतरी के कारण
लाइफस्टाइल – जंक फूड, धूम्रपान, शराब और शारीरिक गतिविधि की कमी
मानसिक तनाव – कोविड के बाद लोगों में मानसिक स्वास्थ्य की समस्याएं बढ़ी हैं
मौजूद बीमारियां – जैसे डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर
जेनेटिक फैक्टर – कुछ लोगों में आनुवांशिक कारणों से भी दिल की बीमारियां हो सकती हैं
हार्ट अटैक से हो रही मौतों पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कोरोना वैक्सीन का को लेकर एक्स पर लिखा, “हासन में हाल ही में 20 से ज्यादा लोगों की हार्ट अटैक से मौत हुई है। यह गंभीर मामला है। क्या यह अचानक हो रही मौतें कोविड वैक्सीन के साइड इफेक्ट तो नहीं? कई इंटरनेशनल रिसर्च में हाल में यह संकेत मिला है कि वैक्सीन हार्ट अटैक का कारण बन सकती है। क्या वैक्सीन को जल्दबाजी में मंजूरी देना इन मौतों की वजह हो सकती है? इससे इनकार नहीं किया जा सकता।
सिद्धरमैया के आरोपों पर भाजपा ने पलटवार करते हुए साइंटिफिक रिपोर्ट आने की बात कही। पार्टी प्रवक्ता राजीव चंद्रशेखरके मुताबिक जिन वैक्सीन्स को लेकर भारत ने दुनिया भर में सराहना पाई, आज वही टीके उन्हें संदिग्ध लग रहे हैं। अगर इतना डर था, तो क्या तब टीकाकरण रोक देते?” उनके मुताबिक साइंटिफिक रिपोर्ट आने से पहले ही वैक्सीन पर शक जताना अफवाह से कम नहीं हैं जिससे जनता में डर का माहौल बनेगा।