इंसानी खोपड़ी, मांस के टुकड़े और एक रहस्यमयी पैगाम
क्या है इस तंत्र-मंत्र की पहेली? कौन है मौत का फरिश्ता?
राजस्थान के बीकानेर की एक खंडहरनुमा कोठरी से आई खौफनाक खबर। इंसानी खोपड़ी, मांस के टुकड़े और एक रहस्यमयी पैगाम – ‘मौत का फरिश्ता’। क्या है इस तंत्र-मंत्र की पहेली? कौन है मौत का फरिश्ता? और किसके सिर का ये खेल है? बीकानेर के घड़सीसर इलाके से आई ये दिल दहला देने वाली रिपोर्ट आपके रोंगटे खड़े कर देगी…”
बीकानेर: राजस्थान की रेत में दबी अनगिनत कहानियों का शहर बीकानेर ,लेकिन इस बार रेत ने उगला है एक खौफनाक सच – घड़सीसर अंडरब्रिज के पास एक पुरानी कोठरी में मिली इंसानी खोपड़ी, बिखरी हड्डियां, मांस के टुकड़े और एक डरावना संदेश –
“मेरा नाम मौत का फरिश्ता… मेरी मौत ट्रेन से कटने से हुई है…”
कोठरी की दीवारों पर अजीब तांत्रिक चिह्न, काले धागे, राख के ढेर… क्या ये किसी तांत्रिक अनुष्ठान की कहानी है? या फिर कोई खतरनाक हत्या का सुराग?
पुलिस ने इलाके की छानबीन की। झाड़ियों में पड़े जले हुए कपड़े, कुछ टूटी चूड़ियां, एक टूटी चेन, लेकिन सबसे डरावनी बात – खोपड़ी और जबड़ा तो मिल गया, लेकिन शरीर का बाकी हिस्सा अब तक लापता है। आखिर कौन है ये मौत का फरिश्ता? और किसका सिर है ये?
बीकानेर के एडिशनल एसपी सौरभ तिवारी के मुताबिक हम मामले की हर एंगल से जांच कर रहे हैं – हत्या, आत्महत्या, तांत्रिक क्रिया -फॉरेंसिक टीम जांच में जुटी है। धड़ अब तक नहीं मिला, इसलिए मामले में कई रहस्य हैं, जो धीरे-धीरे सामने आ रहे हैं।”
जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ी, पुलिस को शक है कि ये लाश मई महीने से लापता हिस्ट्रीशीटर ‘पोला’ की हो सकती है… लेकिन पुष्टि अभी बाकी है।क्या ये वही पोला है, जिसका नाम बीकानेर के कई अपराधों में आया था? या फिर कोई और है इस खौफनाक खेल का शिकार?
बीकानेर के घड़सीसर की ये कोठरी अब एक रहस्यमयी गुत्थी बन चुकी है। मौत का फरिश्ता कौन है? किसने काटा ये सिर? और क्यों?
ये सवाल अब भी शहर के दिलों में डर की परत दर परत छोड़ रहे हैं। पुलिस ने खोपड़ी और अन्य अवशेषों को मोर्चरी भेज दिया है। फॉरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार है- और तब तक बीकानेर की हवा में तैर रहा है रहस्य, रोमांच और डर -कहीं आपके आसपास भी तो नहीं है कोई मौत का फरिश्ता?”


