भूपेंद्र पटेल की कैबिनेट का विस्तार तय
शुक्रवार दोपहर में शपथ ले सकते हैं नए मंत्री
10 से ज्यादा मंत्री होंगे बाहर, 14 से 16 नए चेहरे लेंगे शपथ

न्यूज़ बॉक्स संवाददाता
गांधीनगर :गुजरात की राजनीति में एक बार फिर बड़ा धमाका होने जा रहा है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की कैबिनेट का विस्तार अब तय माना जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, 10 से 11 मौजूदा मंत्रियों की छुट्टी हो सकती है, जबकि 14 से 16 नए चेहरों को मंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी। मिल रही जानकारी के मुताबिक राज्य मंत्रिमंडल का विस्तार शुक्रवार, 17 अक्टूबर हो सकता है
सूत्रों के अनुसार, नए मंत्री शुक्रवार दोपहर को शपथ ले सकते हैं। इस अवसर पर शपथ ग्रहण समारोह राजभवन या महात्मा मंदिर में आयोजित किया जा सकता है। फिलहाल राजभवन के बैंक्वेट हॉल की सफाई का काम भी शुरू कर दिया गया है। मुख्यमंत्री गुरुवार को राज्यपाल से मुलाकात कर शपथ ग्रहण का समय मांगेंगे, जिसके चलते राज्यपाल का शुक्रवार का मुंबई दौरा रद्द कर दिया गया है।
नए मंत्रिमंडल में मंत्रिपद के लिए लेऊवा पाटीदार, कडवा पाटीदार और आहीर समाज से नामों पर चर्चा चल रही है। इनमें अमरली से महेश कासावाला / कौशिक वेकरिया, भावनगर से जीतू वाघाणी, और आहीर समाज से उदय कांगड़ / त्रिकम छांगा के नामों पर अंतिम निर्णय होने की संभावना है।
सूत्रों के अनुसार, सोमवार को मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और संगठन महामंत्री की केंद्रीय नेतृत्व के साथ मैराथन बैठक हुई, जिसमें मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर ब्लूप्रिंट फाइनल कर लिया गया है। फिलहाल गुजरात कैबिनेट में कुल 17 मंत्री हैं। अनुमान है कि उनमें से 10 से 11 को हटाया जा सकता है। वहीं, 14 से 16 नए विधायकों को मौका मिलने की संभावना है। राज्य मंत्री हर्ष सांघवी और प्रफुल पानसेरिया को प्रमोशन मिल सकता है, जबकि जीतू वाघाणी, रिवाबा जाडेजा और जयेश रादडिया जैसे नए चेहरों को कैबिनेट में जगह मिलने की चर्चाएं तेज हैं।
सूत्रों का कहना है कि गुरुवार यानी 16 अक्टूबर की शाम तक इस बात की घोषणा होने की पूरी संभावना है। बुधवार को जगदीश विश्वकर्मा का राजकोट में कार्यक्रम होने के चलते गुरुवार की घोषणा के बाद 17 को शपथ ग्रहण समारोह होने की प्रबल सम्भावना है। सोमवार शाम हुई बैठकों में नए कैबिनेट का ढांचा लगभग तय कर लिया गया है। उम्मीद है कि गुरुवार शाम को कैबिनेट की बैठक होगी,जिसके बाद मंत्रिमंडल के विस्तार का एलान हो सकता है।
हालांकि अभी तक न तो मंत्रिमंडल विस्तार की आधिकारिक घोषणा हुई है और न ही राज्यपाल से शपथ ग्रहण के लिए समय मांगा गया है। लेकिन जिस तरह से बैठकों का दौर और राजनीतिक हलचल तेज है, उससे यह तय माना जा रहा है कि गुजरात की राजनीति में अगले 48 घंटे बेहद अहम साबित होंगे।