3 सालों में इनके खातों में करीब 500 करोड रुपए की विदेशी फंडिंग हुई

न्यूज़ बॉक्स संवाददाता
लखनऊ। अवैध धर्मांतरण का आरोपी जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा कभी सड़क के किनारे अंगूठियां बेचकर अपना जीवन चलाया करता था। ये शख्स बीते कुछ ही सालों में करोड़ों की संपत्ति का मालिक बन गया आलीशान कोठियां, दुकान जमीन जायदाद और करोड़ों की नकदी अब इसके काले साम्राज्य को एटीएस खंगाल रही है
बलरामपुर में चार बीघा जमीन पर छांगुर बाबा की इस आलीशान कोठी को गिराने में प्रशासन को तीन दिन से ज्यादा का वक्त लग गया। बेहद आलीशान कोठी का मालिक जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा कभी पैसे- पैसे को मोहताज था। सड़क किनारे अंगूठियां बेचकर अपना जीवन चलने वाला यह छांगुर बाबा आज ऐसी दर्जनों संपत्तियों का मालिक है। इसकी कोठी बेहद आलीशान थी। कोठी के भीतर बेहतरीन नस्ल के कुत्ते और घोड़े पाले हुए थे। लोग बताते हैं कि छांगुर बाबा स्कूटी का इस्तेमाल भी धर्म परिवर्तन के लिए करता था। सरकार के मुताबिक यह कोठी भी अवैध रूप से बनी थी जिस पर बुलडोजर की कार्रवाई के दौरान यहां पर शक्ति वर्धक दवाओं का एक बड़ा जखीरा भी बरामद हुआ। स्कूटी का रहस्य पता लगाने के लिए आज यूपी एटीएस की टीम छांगुर बाबा को लेकर बलरामपुर भी गई।
यूपी एटीएस को अपनी जांच में पता चला है कि बाबा ने 3 सालों में करीब करीब 500 करोड रुपए का ट्रांजैक्शन किया है और यह पूरी रकम विदेश से आई थी। एटीएस की रिमांड में आने के बाद छांगुर बाबा से पूछताछ का सिलसिला जारी है एटीएस छांगुर बाबा के इस पूरे गिरोह के अर्थशास्त्र को समझने की कोशिश कर रही है। अब तक मिली जानकारी के अनुसार छांगुर बाबा के कुल 6 बैंक खाते हैं। उसकी सबसे विश्वासपात्र नीतू से नसरीन बनी इस महिला के भी आठ बैंक खातो का पता चला हैं।
जानकारी मिली है कि बीते 3 सालों में इनके खातों में करीब 500 करोड रुपए की विदेशी फंडिंग हुई है हालांकि अभी तक 200 करोड़ की फंडिंग की पुष्टि हो सकी है। पता चला है कि 300 करोड रुपए का लेनदेन नेपाल के बैंको के माध्यम से हुआ है। छांगुर बाबा नेपाल के बैंक खातों में पैसा मंगाता था। विदेशी फंडिंग के लिए काठमांडू समेत नेपाल के दूसरे इलाकों में करीब 100 बैंक खाते खुलवाए गए थे और उनमें धर्म परिवर्तन करने के लिए पाकिस्तान दुबई सऊदी अरब और तुर्की से पैसे भेजे जाते थे। इस मामले में अब ईडी में भी अपनी जांच शुरू कर दी है इधर एटीएस भी छांगुर बाबा के पूरे गिरोह के दूसरे सदस्यों का भी पता लगाने की कोशिश कर रही है। एटीएस भी सारी जानकारी ईडी से साझा कर रही है। इसका पूरा खुलासा कभी छांगुर के लिए ही काम करने वाले वासिउद्दीन उर्फ बब्बू चौधरी ने किया है
जानकारी यह भी मिल रही है की छांगुर के बैंक खाता सऊदी अरब के शारजहां और दुबई के मशरिक शहर में भी खोले गए हैं। हालांकि इसका कोई रिकॉर्ड अभी तक जांच एजेंसी को नहीं मिल सका है। यह सारी रकम हिंदू लड़कियों का धर्म परिवर्तन करवाने के लिए इस्तेमाल होती थी। छांगुर के गिरोह के सदस्यों ने सबसे ज्यादा रकम अयोध्या गोरखपुर और आजमगढ़ में खर्च की है। छांगुर के तार सिर्फ यूपी नहीं बल्कि महाराष्ट्र और बिहार समेत दूसरे कई राज्यों में फैले हुए हैं.