थाने के अंदर लगा खाकी पर दाग

नाबालिग को बचाने गया पुलिसकर्मी ही बना दरिंदा
न्यूज़ बॉक्स संवाददाता

बदायूं:उत्तर प्रदेश के बदायूं में खाकी हुयी दागी ? यहाँ पुलिस विभाग की साख को एक बार फिर गहरा झटका लगा है। बदायूं के थाना कादरचौक के दरोगा हरिओम पर आरोप लगा है कि उसने तमिलनाडु से बरामद की गई 16 वर्षीय नाबालिग लड़की के साथ ट्रेन में छेड़छाड़ की और फिर थाना परिसर में अपने कमरे में जबरन दुष्कर्म किया। इस लड़की को उसकी ही रिश्तेदार दादी ने संपत्ति विवाद के बदले ₹2.5 लाख में बेच दिया था, और उसे बचाने जाने वाला पुलिस अधिकारी ही उसके साथ यातना का नया काण्ड कर गया ।

क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि 9 जून को पीड़िता खेत से लौट रही थी, तभी पीड़िता की चचेरी दादी (ममता),पप्पू ,मुजक्किर और बिलाल ने सफेद कार से उसे अगवा कर बस से चेन्नई ले गए , जहाँ मुजक्किर ने उसे 16 दिन तक एक कमरे में कैद रखा। इस दौरान वह रोज़ उसके साथ रेप करता था ।परिवार के अनुसार, ममता पुराने संपत्ति विवाद से नाराज़ थी। उसने भमुइया गाँव के मुजक्किर से ₹2.5 लाख में लड़की को बेच दिया। ट्रांजैक्शन के दौरान वह चेन्नई तक गई और रोज़ मुजक्किर से बात करती रही ।23 जून को दरोगा हरिओम, महिला कांस्टेबल पूजा और सिपाही मोहित की टीम ने लड़की को तमिलनाडु से बरामद किया। चेन्नई से आगरा ट्रेन में हरिओम ने उससे अश्लील बातें कीं और छेड़छाड़ की, लेकिन पीड़िता डर से चुप रही ।सुबह 7 बजे थाना पहुँचने के बाद, पूजा और मोहित चले गए। हरिओम ने पीड़िता को अपने कमरे में बुलाकर “लल्ली, तुझसे कुछ पूछना है” कहा। वहाँ उसने 15-16 मिनट तक उसका रेप किया और “शिकायत करोगी तो जेल में डलवा दूँगा” की धमकी दी । पीड़िता ने बदायूं के सीजेएम कोर्ट में धारा 164 के तहत बयान दर्ज कराया। उसने ट्रेन में छेड़छाड़ और थाने में दुष्कर्म का विवरण दिया, लेकिन स्पष्ट किया कि तमिलनाडु में उसके साथ कुछ नहीं हुआ ।लड़की को वन स्टॉप सेंटर भेजा गया, जहाँ मेडिकल जाँच हुई। हालाँकि, पीड़िता का आरोप है कि डॉक्टरों ने रेप के सबूतों को दर्ज नहीं किया ।हरिओम को 25 जून को शाहजहाँपुर ट्रांसफर कर दिया गया। वह फोन नहीं उठा रहा है। एसएसपी ने एसआई नाहर सिंह को नई जाँच सौंपी है ।मुख्य आरोपी मुजक्किर गिरफ्तार है, लेकिन ममता और पप्पू फरार हैं। पुलिस का दावा है कि वे “लोकेशन ट्रेस” कर रही है । पीड़िता के पिता खेती करते हैं। परिवार में 6 बच्चे हैं। माँ रोते हुए बताती है— “मेरी बच्ची को दादी ने बेच दिया, और पुलिस ने उसकी इज्ज़त लूट ली” । डीआईजी बरेली रेंज अजय साहनी ने स्वतंत्र जाँच शुरू की है। थाने के सीसीटीवी फुटेज की जाँच की जा रही है ।

क्या बदायूं पुलिस पर लगे दाग होंगे साफ़ ?
डीआईजी की जाँच तय करेगी कि दरोगा हरिओम के खिलाग यौन उत्पीड़न और धमकी के मामले दर्ज होंगे या नहीं।
सीसीटीवी फुटेज और मेडिकल रिपोर्ट कोर्ट में महत्वपूर्ण सबूत होंगे।
ममता और पप्पू की गिरफ्तारी पर पुलिस का रवैया सिस्टम की नीयत पर सवाल ।
“जिस पुलिस पर हम भरोसा करते हैं, वही अगर दरिंदा बन जाए तो आम आदमी कहाँ जाए?” — पीड़िता के पिता का सवाल अब आगे क्या?
डीआईजी की जाँच तय करेगी कि दरोगा हरिओम के खिलाग यौन उत्पीड़न और धमकी के मामले दर्ज होंगे या नहीं।
सीसीटीवी फुटेज और मेडिकल रिपोर्ट कोर्ट में महत्वपूर्ण सबूत होंगे।

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