पुलिस को एक बड़े मानव तस्करी गिरोह होने का भी संदेह

न्यूज़ बॉक्स संवाददाता
दुर्गापुर: दुर्गापुर नगर निगम के 34 नंबर वार्ड स्थित कादारोड रेड लाइट एरिया से शुक्रवार को दो संदिग्ध बांग्लादेशी युवतियों और एक दलाल को गिरफ्तार किया गया। आरोप है कि इन युवतियों ने भारत का फर्जी आधार कार्ड बनवाकर सेक्स वर्कर के रूप में शामिल होने की कोशिश की थी।घटना दुर्गापुर की दुर्बार महिला समन्वय समिति में उस समय सामने आई, जब दो युवतियाँ खुद को नदिया जिले के बिष्णुपुर थाना अंतर्गत चकदाहा निवासी तिशा शेख और हुगली जिले के दयामयी कॉलोनी स्थित रवींद्र नगर की कोयल मिस्त्री के रूप में पेश कर दस्तावेज़ जमा करने आई थीं। संस्था के सदस्यों को उनके आधार कार्ड और व्यवहार पर शक हुआ। संदेह गहराने पर युवतियों से पूछताछ की गई, जिसमें उन्होंने स्वीकार किया कि वे काफी पहले बांग्लादेश से अवैध रूप से भारत आई थीं और पश्चिम बंगाल के विभिन्न हिस्सों में देह व्यापार में लिप्त रही हैं।
दुर्बार समिति ने यह भी आशंका जताई है कि इनमें से एक युवती नाबालिग हो सकती है। उनके साथ मौजूद युवक पर आरोप है कि वह दलाली का काम करता है और उसने ही इन दोनों को यहाँ काम दिलाने के लिए लाया था।
घटना की सूचना मिलने पर वारिया पुलिस चौकी की टीम मौके पर पहुँची और तीनों को हिरासत में लेकर थाने ले गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि यह एक बड़े मानव तस्करी गिरोह का हिस्सा हो सकता है, जो फर्जी दस्तावेज़ के सहारे विदेशी नागरिकों को सेक्स वर्क में धकेल रहा है।