देश में कोरोना के 1828 एक्टिव केस, 15 की मौत

देश में कोरोना का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा हैं। शुक्रवार एक्टिव मरीजों की संख्या को 1828 पहुंच गई। गुजरात के अहमदाबाद में एक दिन के नवजात की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।बच्चे को ICU में रखा गया है। पिछले सप्ताह बच्चे की मां भी कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी, हालांकि अब उनकी रिपोर्ट निगेटिव है। देश में कोरोना से जान गंवाने वालों की संख्या 15 हो गई है, इनमें सबसे ज्यादा 6 मौतें महाराष्ट्र में हैं।
चंडीगढ़ में कोविड से मरने वाले व्यक्ति के बेटे और बेटी पॉजिटिव
उत्तर प्रदेश के 40 वर्षीय व्यक्ति के ये बच्चे हैं, जिनकी इस सप्ताह की शुरुआत में चंडीगढ़ में कोरोना के चलते मृत्यु हो गई थी। स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा है कि संक्रमित बच्चों में कोई लक्षण नहीं हैं और एहतियात के तौर पर उन्हें क्वारंटीन में रखा है।
कोरोना को लेकर यूपी सरकार अलर्ट मोड में
कोविड-19 महामारी के बढ़ते मामलों को देखते हुए यूपी सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है। उत्तर प्रदेश सरकार ने घोषणा की है कि कोविड-19 महामारी के पहले चरण के दौरान काम करने वाले 2,800 से अधिक कर्मचारियों को अब स्थायी पद दिए जाएंगे। यह निर्णय देश भर में कोविड-19 मामलों में हाल ही में हुई वृद्धि के मद्देनजर लिया गया है।
राजस्थान में कोविड-19 के 15 नए केस सामने आए; जयपुर में 9
राजस्थान में कोविड-19 के 15 नए केस सामने आए हैं। गुलाबी नगर जयपुर में कोविड के सबसे ज़्यादा नए केस सामने आए हैं, यहां कुल 9 नए केस सामने आए हैं
गुरुग्राम में कोविड के 10 केस सामने आए
दिल्ली से सटे गुरुग्राम में कोविड के 10 केस सामने आए। गुरुग्राम में आइसोलेशन वार्ड स्थापित किए गए गुरूग्राम में गुरुवार को कोविड-19 के 10 नए मामलों की पुष्टि होने के बाद जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने वायरस के प्रसार को रोकने के लिए व्यापक प्रयास शुरू कर दिए हैं।
केस बढ़ रहे वैक्सीन का स्टॉक कम हो रहा है?
भारत में कोविड-19 के मामले बढ़ रहे हैं और वैक्सीन की आपूर्ति कम हो रही है। ऐसे में केंद्र सरकार ने स्थिति का आकलन करने और यह सुनिश्चित करने के लिए एक समिति बनाई है कि देश इस स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। जानकारों के मुताबिक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा गठित पैनल ने पिछले सप्ताह और फिर इस सप्ताह की शुरुआत में देश की तैयारियों पर चर्चा की। विषयों में सीमित वैक्सीन उपलब्धता, निगरानी प्रणाली, परीक्षण क्षमता, अस्पताल के बिस्तर और आवश्यक दवाएँ शामिल थीं।