बंगाल में भाजपा सरकार दिन के उजाले में दिवास्वप्न
न्यूज़ बॉक्स संवाददाता
कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस ने शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के इस दावे का मजाक उड़ाया कि राज्य में 2026 के विधानसभा चुनावों में तृणमूल कांग्रेस को हराकर भगवा पार्टी पश्चिम बंगाल में सत्ता में आएगी।अंग्रेजी अखबार द न्यू इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक विशेष साक्षात्कार में शाह ने कहा, “ममता जी के खिलाफ बहुत अधिक सत्ता विरोधी लहर है। हम एकमात्र ऐसी पार्टी हैं जो इसके लाभों को प्राप्त करने के लिए अच्छी स्थिति में है। हम सिर्फ तीन सीटों से 77 तक पहुंच गए। जो कोई भी गणित को समझता है वह रुझान देख सकता है।”
इसके जवाब में, तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राज्य के कृषि मंत्री शोभनदेब चट्टोपाध्याय ने कहा , “पिछले कुछ दिनों से मैं विभिन्न टीवी चैनलों पर शाह की टिप्पणियां देख रहा हूं। 2021 के विधानसभा चुनावों से पहले, उन्होंने दावा किया था कि बीजेपी 200 सीटें पार कर जाएगी। लेकिन पार्टी केवल 77 सीटें हासिल करने में सफल रही। इस बार उनकी सीटें और कम हो जाएंगी।” चट्टोपाध्याय ने कहा , “वह दिन के उजाले में सपना देख रहे है, जो अच्छा है।”
उन्होंने आगे दावा किया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में पश्चिम बंगाल हर क्षेत्र में बहुत अच्छी प्रगति कर रहा है और कई राज्य सरकारों ने बनर्जी की विभिन्न योजनाओं का अनुकरण किया और उन्हें अपने राज्यों में लागू किया।
शाह की बात का समर्थन करते हुए, पश्चिम बंगाल राज्य भाजपा ने 2026 के विधानसभा चुनावों के बाद तृणमूल कांग्रेस सरकार को हटाकर राज्य में सत्ता में आने का विश्वास व्यक्त किया।भाजपा नेता और पश्चिम बंगाल विधानसभा में मुख्य विपक्षी सचेतक शंकर घोष ने कहा, “किसी भी राजनीतिक दल का सत्ता में आना स्वाभाविक है। इसलिए, यह स्वाभाविक है कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों के बाद भाजपा पश्चिम बंगाल में सत्ता में आएगी।”
साक्षात्कार में शाह ने यह भी कहा था कि 34 वर्षों तक शासन करने के बाद वामपंथ शून्य पर आ गया है। 30 वर्षों तक शासन करने वाली कांग्रेस के पास भी शून्य है।” इस पर प्रतिक्रिया देते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद प्रदीप भट्टाचार्य ने कहा, “पश्चिम बंगाल में कांग्रेस का वोट शेयर अब घटकर 5% हो गया है, लेकिन हर गांव में कांग्रेस की मौजूदगी है। बीजेपी और शाह के लिए कांग्रेस को पूरी तरह खत्म करना असंभव है।”