पाक जासूस निकला सिद्ध पुरुष

राजस्थान के अलवर से पकड़ा गया पाकिस्तानी जासूस
2 साल से ISI को भेज रहा था सामरिक जानकारियां
ऑपरेशन सिंदूर से पहले ISI को लिखा
पुलवामा जैसे काले बादल नजर आ रहे हैं

न्यूज़ बॉक्स संवाददाता
अलवर :“जासूस सिर्फ बॉर्डर पर ही पकड़े जाते हैं, ऐसा आपने अक्सर सुना होगा… लेकिन राजस्थान इंटेलिजेंस की ताज़ा कार्रवाई ने इस धारणा को तोड़ दिया है। इस बार जासूस बॉर्डर के पास नहीं, बल्कि राजधानी के करीब… अलवर के बीचों बीच से पकड़ा गया है। वो भी कोई आम शख्स नहीं… ‘सिद्ध पुरुष’ के नाम से मशहूर एक शख्स — कई लोगों को अपने झांसे में लेकर धर्म के नाम पर कार्यक्रम करता था, और सोशल मीडिया पर पाकिस्तान को भारत की सामरिक जानकारी बेचता था।”
कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट में पेश किया जा रहे इस शख्स का नाम है ..मंगत सिंह… लेकिन काम ऐसा कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई खुश हो रही थी। अलवर में धार्मिक कार्यक्रमों में ‘सिद्ध पुरुष’ बनकर वाहवाही लूटने वाला ये शख्स, दरअसल पिछले दो साल से पाकिस्तानी महिला हैंडलर को भारत की रक्षा से जुड़ी गुप्त जानकारियां भेज रहा था। जांच में सामने आया है कि मंगत सिंह के मोबाइल में ‘ईशा शर्मा’ और ‘ईशा बॉस’ नाम से दो व्हाट्सऐप नंबर सेव थे। इन्हीं पर वो भारतीय सेना और बीएसएफ के मूवमेंट की जानकारी… तस्वीरें और वीडियो भेजता था। “उसके फोन में ऐसे कई चैट और मीडिया फाइल मिले हैं, जिनसे खुलासा हुआ कि उसने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से पहले भी मूवमेंट की जानकारी दी थी — और लिखा था, ‘अगली काले बादल जा रहे हैं… पुलवामा जैसी कोई बात लग रही है।’
“आरोपी दो साल से पाकिस्तानी हैंडलर से संपर्क में था, धार्मिक आयोजनों के ज़रिए उसने कई जवानों से नजदीकियां बढ़ाईं, जिनसे अब पूछताछ की जा रही है।अब तक की जांच में गुप्त सूचनाओं के एवज में पाकिस्तान से 3 बार पैसे ट्रांसफर — ₹10,000 से अधिक 2 साल से पाक महिला हैंडलर के संपर्क मेंअलवर और अंबाला कैंट की रणनीतिक जानकारियां लीक और धार्मिक कार्यक्रमों के ज़रिए नेटवर्क बनाने जैसे बात सामने आई है।
मंगत सिंह को शासकीय गुप्त बात अधिनियम, 1923 के तहत गिरफ्तार किया गया है। ये वही कानून है जिसके तहत किसी भी नागरिक पर राष्ट्र सुरक्षा से जुड़ी संवेदनशील जानकारी लीक करने पर कड़ी कार्रवाई होती है।इस साल राजस्थान CID अब तक 7 जासूसों को पकड़ चुकी है। लेकिन ये पहला मामला है जब बॉर्डर इलाकों से दूर, शहरी इलाके अलवर से किसी जासूस को पकड़ा गया। आम तौर पर आप ‘सिद्ध पुरुष’ से आशीर्वाद लेने जाते हैं… लेकिन इस सिद्ध पुरुष के आशीर्वाद से पाकिस्तान को भारत की खुफिया जानकारी मिल रही थी। सोशल मीडिया ही उसका हथियार था… और धर्म के चोले में लिपटा उसका ‘नेटवर्क’। अब जांच एजेंसियां आरोपी को अलवर समेत कई जगहों पर ले जाकर पूछताछ कर रही हैं। सवाल सिर्फ इतना नहीं कि वो कौन-सी जानकारी पाकिस्तान को दे रहा था… बल्कि ये भी कि ‘धर्म’ के नाम पर उसने किस-किस तक पहुंच बना ली थी।

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