कूचबिहार की पापिया बर्मन ने एक बार फिर साबित कर दिया कि अगर आपके पास इच्छा शक्ति है तो आप न केवल आर्थिक तंगी को, बल्कि अपने आस-पास की हर चीज को हरा कर आगे निकल सकते हैं। अंग्रेजी नववर्ष की शुरुआत यानी 26 जनवरी को दिल्ली के राजपथ पर लाल किले के सामने परेड में कूचबिहार जिले के तूफानगंज-1 ब्लॉक के बिल्सी गांव के टोटो चालक विजय बर्मन की बेटी भी शामिल होंगी। वह पूरे उत्तर बंगाल से प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के सामने परेड में शामिल होंगी।

यह स्वाभाविक है कि उनकी सफलता से कॉलेज प्रशासन समेत पूरा परिवार उत्साहित है। पापिया का जन्म एक गरीब परिवार में हुआ। घर पर माता-पिता के साथ एक और बहन भी है। अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद, वह वर्तमान में तुफानगंज कॉलेज के इतिहास विभाग में पांचवें सेमेस्टर में पढ़ रही हैं।
कॉलेज की पढ़ाई के साथ-साथ राष्ट्रीय सेवा योजना या NSNS की ट्रेनिंग भी होती हैं।पापिया को बचपन से ही भारतीय सेना में शामिल होने की प्रबल इच्छा थी। कॉलेज के प्रथम वर्ष से ही वह एनएसएस से जुड़ गये। गांव की यह लड़की अपने दिन परेड और कैंपों में बिताती है, फिलहाल वह दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड की तैयारी कर रही है।
पापिया के शब्दों में, ‘बचपन से ही मेरा लक्ष्य सेना में शामिल होना है। सपना पूरा होने से पहले इतना बड़ा मौका मिलना बहुत अच्छा लग रहा है।’ मैं यह सोचकर रोमांचित हूं कि मैं पूरे देश के सामने भारतीय सेना के साथ दिल्ली की सड़कों पर चलूंगा।
इस संबंध में पंचानन बर्मा विश्वविद्यालय के कार्यक्रम समन्वयक डॉ. प्रवीरकुमार हलदार और प्रशिक्षक सौरव साहा ने विशेष रूप से सहयोग किया है। तुफानगंज विश्वविद्यालय के प्राचार्य देबाशीष चटर्जी ने कहा कि हमारे तूफानगंज विश्वविद्यालय की 5वें सेमेस्टर की छात्रा पापिया बर्मन दिल्ली में परेड में भाग लेंगी।

हमारा तुफानगंज विश्वविद्यालय उन पर गर्व और खुशी महसूस करता है। गणतंत्र दिवस पूर्व परेड शिविर में भाग लेने के बाद राज्य के कुल आठ छात्रों को दिल्ली जाने की अनुमति मिली। कूचबिहार की पापिया उनमें से एक हैं। खबर है कि वे 31 दिसंबर को राजधानी के लिए रवाना होंगे।