
न्यूज़ बॉक्स संवाददाता
कोलकाता :पश्चिम बंगाल के बजबज में इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के एलपीजी बॉटलिंग प्लांट में मंगलवार रात को ड्राइवरों और कुलियों द्वारा हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद तनाव फैल गया। आंदोलनकारी तीन साल के लंबित बकाए के भुगतान की मांग कर रहे थे । इस आंदोलन के लिए 40 से अधिक प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है।
बवाल मंगलवार रात को “लंबे समय से लंबित बकाए” पर चर्चा करने के लिए बुलाई गई बैठक के बाद शुरू हुआ। जानकारी के मुताबिक इस बैठक का नेतृत्व डायमंड हार्बर के सांसद और टीएमसी के अखिल भारतीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के करीबी नेता और बजबज के पार्टी पर्यवेक्षक जहांगीर खान करने वाले थे। प्रदर्शनकारियों के मुताबिक ड्राइवरों को मीटिंग के लिए इलाके में खान के कार्यालय में बुलाया गया था, एकाएक कई बदमाश अचानक आए और ड्राइवरों पर हमला कर दिया और उनके साथ मारपीट की। इस हमले के बाद तुरंत विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया।सूचना पर बज बज थाने से बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचा। मौके पर रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) को भी तैनात किया गया।
जानकारी के मुताबिक रक प्रदर्शनकारी ने बातचीत में बताया कि हमें मजबूरन सड़कों पर उतरना पड़ा। एक सप्ताह में तीन बैठकें हुईं, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। नेता मदद के लिए आगे नहीं आए। एक अन्य प्रदर्शनकारी ने बतायाकि हम यहां 300 ड्राइवर और 300 हेल्पर काम करते हैं। प्रत्येक ड्राइवर को 1 लाख रुपये से अधिक मिलना चाहिए। वे हमारे बकाये का 40 प्रतिशत भुगतान करना चाहते हैं। हम इसे स्वीकार नहीं है।
डायमंड हार्बर के पुलिस अधीक्षक राहुल गोस्वामी के मुताबिक बजबज पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है। तनाव के कारण पुलिस ने इलाके में एक पिकेट स्थापित की है । पुलिस अपराधियों की पहचान करने के लिए सीसीटीवी फुटेज एकत्र कर रही है।

विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने विरोध प्रदर्शन की तीखी आलोचना की बुधवार को एक्स पर पोस्ट किया, इसे “टीएमसी की सिंडिकेट संस्कृति के नियंत्रण से बाहर होने का एक ज्वलंत उदाहरण” कहा।अधिकारी ने कहा कि “एक चिंगारी से भीषण आग लग सकती थी, जो बजबज इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (बीबीआईटी) कॉलेज, जगन्नाथ गुप्ता इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड हॉस्पिटल और आसपास के इलाकों के पास पूरे बॉटलिंग प्लांट को घातक आग में झोंक सकती थी।”