बाढ़ और लैंडस्लाइड से कराह रहा नेपाल, परिचालन सिस्टम पूरी तरह ठप
तीन दिनों तक सभी सरकारी व गैर सरकारी कार्यालय को बंद
12 लोगोंकी मौत, 40 से भी ज्यादा लोग लापता

न्यूज़ बॉक्स संवाददाता
काठमांडू (नेपाल): बंगाल से उठे चक्रवर्ती तूफान और मानसून से नेपाल सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहा है। नेपाल की मुख्य नदियां खतरे के निशान उपर बह रही है। नेपाल के हिमालय में लैंडस्लाइड और तराई इलाके बाढ़ से तबाह हो रहे हैं। लोग चार दिनों से होरही लगातार बारिश से बुरी तरह परेशान है। पूरा का पूरा परिचालन सिस्टम ठप हो चुका है। नेपाल को पूर्व से पश्चिम को जोड़ने वाली महेंद्र राजमार्ग पूर्ण रूप से अवरुद्ध हो चुका है वहीं बीपी राजमार्ग में लाइन स्लाइड से 5 किलोमीटर से भी ज्यादा सड़क बह चुकी है नेपाल की मुख्य नदियां त्रिशूल, नारायणी, कमला, और कोसी में पानी का जलस्तर काफी बढ़ चुका है।

नेपाल के प्रमुख शहर काठमांडू, पोखरा, बीरगंज, विराटनगर, ईलम, सहित दर्जनों जिले बाढ़ और लैंडस्लाइड से प्रभावित है। नेपाल सरकार ने आगामी तीन दिनों तक सभी सरकारी व गैर सरकारी कार्यालय को बंद करने का आदेश जारी कर दिया है। वहीं यातायात संघ ने भी सभी मुख्या मार्गो पर चल रही बस और छोटी गाड़ियों के भी परिचालन पर रोक लगा दी है। पहाड़ी इलाकों में हवाई मार्गों का भी परिचालन ठप है। नेपाल में इस भीषण आपदा में अब तक 12 लोगों ने अपनी जान गवा दी है। 40 से भी ज्यादा लोग लापता बताए जा रहे हैं। हजारों लोगों को विस्थापित किया जा चुका है।

नेपाल प्रहरी और आम पुलिस फोर्स लापता लोगों का रेस्क्यू कर रही है। बाढ़ में फंसे लोगों को भी रस्सी और नाव के माध्यम से बाहर निकाला जा रहा है। नेपाल सरकार के भौतिक पूर्वधर मंत्री कुलमांगी गिशिंग ने भी अवरुद्ध सड़कों को जल्द से जल्द ठीक करने को लेकर निरीक्षण किया है वहीं लोगों से अपील की है कि अति आवश्यक होने पर ही सड़कों से परिचालन करें। काठमांडू से आने और जाने वाले वाहनों को चेक पोस्ट से ही वापस कर दिया गया। कई बसों को बंद करने के बाद सभी यात्रियों के टिकट को वापस कर दिया गया। बाढ़ और लैंडस्लाइड से नेपाल कराह रहा है।
