बिहार में क्यों बार-बार गिर रहा ‘भ्रष्टाचार का पुल’ ?

बिहार में पुल गिरने का सिलसिला जारी है, पर आखिर इसके लिए जिम्मेदार कौन है, इसी खबर को समझने के लिए हमारे प्रधान संपादक मनु कृष्ण ताज़ा मामले में अररिया पहुंची और ज़मीनी हकीकत से सबको रूबरू करवाने की कोशिश की। लोगो में काफी आक्रोश देखा गया और सरकार सहीत ठीकेदारो पर भी लोगो ने अपनी नाराजगी जाहिर की।   ग्रामीणों के अनुसार, पुल के निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग हुआ और अवैध बालू खनन लगातार किया गया. इसके वजह से यह ध्वस्त हो गया. ग्रामीणों का कहना है कि पुल निर्माण में संवेदक द्वारा घटिया सामग्री का उपयोग किया और कुछ माह से पुल के इर्द-गिर्द बालू खनन किया जा रहा था जिसकी वजह से यह पुल गिर गया.

बिहार में आए दिन पुल गिरने की घटना देखने को मिली रही है. ताजा मामला बिहार के अररिया जिले से सामने आया है जहां सिकटी विधानसभा क्षेत्र के बकरा नदी पर पड़रिया घाट पर बना रहा पुल गिर गया है. ऐसे में लोग अब यह सवाल पूछ रहे हैं कि बिहार में पुल पके हुए आम की तरह जमीन पर क्यों गिर जा रहे हैं. दरअसल मंगलवार को अररिया जिले के सिकटी विधानसभा क्षेत्र के बकरा नदी पर पड़रिया घाट पर बन रहा पुल मंगलवार को गिर गया, जबकि 12 करोड़ की लागत से निर्मित इस पुल का एप्रोच बनाना बाकी था और अभी इसका उद्घाटन भी नहीं हुआ था. अब यहां पर सवाल यह उठता है कि आखिर क्यों बिहार में बार-बार ब्रिज टूटकर गिर रहे हैं? आपको जानकर हैरानी होगी कि बीते 12 महीनों में 7 ब्रिज टूटकर गिर चुके हैं। इनमें कई निर्दोष लोगों की मौत भी हो चुकी है।

तसवीर में देखिए पिछले 11 पुलों के गिरने की तारीखें और जगहें

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