मुंबई में चमत्कारी सर्जरी

युवक की आंख से निकाली गई 13 सेंटीमीटर लंबी सरिया


मुंबई। महाराष्ट्र के मशहूर सबसे पुराने सरकारी अस्पतालों में शुमार जेजे अस्पताल में डॉक्टरों की एक टीम ने एक 25 वर्षीय युवक की आंख में फंसे 13 सेंटीमीटर सरिया नुमा एक टुकड़ा सफलतापूर्वक निकाल लिया। इस ऑपरेशन में चंद पल की भी देरी युवक की आंखों में हमेशा के लिए अँधेरा कर देती ।
गौरतलब है कि एक दुर्घटना में युवक की आंख में गहरी चोट आई और युवक के परिजन उसे तुरंत जेजे अस्पताल के इमरजेंसी विभाग लेकर पहुंचे। डॉक्टरों ने जांच में पाया कि धातु का टुकड़ा उसकी दाहिनी आंख के पास से घुसकर आंख की नसों और दिमाग के बेहद करीब पहुंच गया था। इसका आकार था 13 सेमी x 2 सेमी x 0.5 सेमी — यानी एक पेन जितना लंबा और नुकीला।
जेजे अस्पताल की इमरजेंसी टीम ने बिना वक्त गंवाए उसे स्थिर किया और तत्काल ऑपरेशन की तैयारी शुरू की। ENT, नेत्र रोग और प्लास्टिक सर्जरी विभागों के डॉक्टरों ने मिलकर इस जटिल सर्जरी की योजना बनाई और लंबे चले इस जटिल ऑपरेशन को अंजाम दोया।
सर्जरी का नेतृत्व ENT विभाग प्रमुख डॉ. श्रीनिवास चव्हाण ने किया। डॉक्टरों के मुताबिक, यह ऑपरेशन बेहद जोखिम भरा था। धातु इतनी गहराई तक पहुंच गई थी कि आंख की रोशनी कभी भी जा सकती थी। ऑपरेशन करीब दो घंटे चला और डॉक्टरों ने धातु को बेहद सावधानी से निकालने में सफलता पाई।
सर्जरी के बाद मरीज की हालत स्थिर है और सबसे बड़ी बात – उसकी आंख की रोशनी बच गई है। अस्पताल प्रशासन ने इस सर्जरी को “एक दुर्लभ लेकिन प्रेरणादायक मेडिकल सफलता” बताया है। इस घटना ने एक बार फिर साबित किया है कि अगर सही समय पर इलाज मिले और डॉक्टरों का अनुभव हो, तो जिंदगी और रोशनी दोनों बचाई जा सकती हैं।

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