2026 में 73 सीटें खाली
एनडीए को फायदा?
न्यूज़ बॉक्स संवाददाता
नयी दिल्ली :2026 राजनीति के लिहाज़ से काफी अहम साल होने वाला है। इस साल पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं और राज्यसभा की करीब 73 सीटें भी खाली होंगी। इसका मतलब है कि ऊपरी सदन के समीकरण बदल सकते हैं। वहीं, राज्यसभा की सीट को लेकर बिहार एनडीए के भीतर पहले ही विवाद की स्थिति देखने को मिल रही है, जो आने वाले समय में राजनीतिक समीकरणों को और जटिल बना सकती है।
2026 में पश्चिम बंगाल, केरल, तमिलनाडु और असम में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसी साल के अंत तक राज्यसभा की 73 सीटें खाली होंगी, जिन पर चुनाव कराए जाएंगे। ये सीटें अप्रैल, जून और नवंबर 2026 में खाली होंगी।
आने वाले समय में बिहार से 5 सीटें, उत्तर प्रदेश से 10 सीटें राज्यसभा में खाली होने जा रही हैं। इसके अलावा महाराष्ट्र, झारखंड, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और कई पूर्वोत्तर राज्यों से भी सीटें खाली होंगी। इस वजह से कई बड़े नेताओं का कार्यकाल भी खत्म होगा। बिहार में राज्यसभा को लेकर एनडीए के सहयोगी दलों के बीच विवाद की भी स्थिति बनी हुई है। बीजेपी सबको उचित स्थान देने की बात कर रही है वही – कांग्रेस एनडीए में मचे घमासान पर चुटकी लेती नज़र आ रही है ।
2026 में राज्यसभा से रिटायर होने वाले प्रमुख नेता हैं:
- मल्लिकार्जुन खरगे
- एचडी देवगौड़ा
- दिग्विजय सिंह
- शरद पवार
- हरदीप सिंह पुरी
- बीएल वर्मा
- रवनीत सिंह बिट्टू
- जॉर्ज कुरियन।
राज्यसभा की 73 सीटें अप्रैल से जून 2026 के बीच खाली होंगी, जबकि बाकी सीटें नवंबर 2026 तक खाली होंगी। - बिहार: 5 सीटें (अप्रैल में)
- झारखंड: 2 सीटें
- आंध्र प्रदेश: 4 सीटें
- तेलंगाना: 1 सीट
- पश्चिम बंगाल: 5 सीटें
- तमिलनाडु: 6 सीटें
नवंबर में उत्तर प्रदेश की 10 सीटें खाली होंगी।
विधानसभा में संख्या बल के आधार पर - भाजपा को 7 सीटें मिलने की संभावना है
- समाजवादी पार्टी को 2 सीटें मिल सकती हैं
- 1 सीट पर कड़ा मुकाबला हो सकता है।
इसके अलावा मध्य प्रदेश, असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ से भी सीटें खाली होंगी। फिलहाल राज्यसभा में - एनडीए के 129 सांसद
- विपक्ष के 78 सांसद हैं,
लेकिन राजनीतिक आकलन के मुताबिक बीजेपी को इस बार नंबर गेम में अधिक सीटें मिलना तय माना जा रहा है।इसके अलावा महाराष्ट्र में अप्रैल 2026 में 7 राज्यसभा सीटें खाली होंगी, जिनमें शरद पवार, प्रियंका चतुर्वेदी और केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले शामिल हैं। राजनीतिक अनुमान के मुताबिक - महाराष्ट्र में महायुति को 6 सीटें
- विपक्ष को 1 सीट मिल सकती है।
कर्नाटक में 4 राज्यसभा सीटों पर चुनाव होंगे। यहां 3 सीटें कांग्रेस के खाते में और 1 सीट विपक्ष के खाते में जा सकती है।भाजपा अपने नेता को भेजेगी या जेडीएस को समर्थन देगी, इस पर फैसला होना बाकी है।
पश्चिम बंगाल से 5 और तमिलनाडु से 6 सांसद रिटायर होंगे। उत्तर-पूर्वी राज्यों से भी कई सांसदों का कार्यकाल खत्म होगा।
उत्तराखंड से नरेश बंसल और हिमाचल प्रदेश से इंदु बाला गोस्वामी रिटायर होंगी। राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत सदस्य और पूर्व मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई का कार्यकाल मार्च 2026 में खत्म होगा।
कुल मिलाकर, जिन 73 सीटों पर चुनाव होने हैं, उनमें से 43 सीटें फिलहाल बीजेपी के पास हैं। राजनीतिक आकलन के मुताबिक, 2026 के राज्यसभा चुनाव में एनडीए को करीब 48 सीटें मिल सकती हैं। अगर ऐसा होता है, तो राज्यसभा में एनडीए की ताकत बढ़ेगी और सरकार के लिए कानून पास करना आसान हो जाएगा।