महालया के मौके पर भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने खोला मोर्चा

न्यूज़ बॉक्स संवाददाता
पूर्व मेदिनीपुर:नेता कोई भी मौका सत्ता के लिए गवाना नहीं चाहते। वो चाहे किसी भी दल का हो मौका चाहे कोई भी हो। उसे तो बस करनी है राजनीती। ऐसा मौका देखने को मिला पूर्व मेदिनीपुर में जहा महालया के अवसर पर पहुंचे भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने एक ऐसा बयान दिया जो पूजा के अवसर पर क्या किसी राजनेता को शोभा देती है या नहीं। इतना सोचने का वक़्त शायद नेता के पास नहीं होता। आपको बता कि महालया के मौके पर वहां 1000 से अधिक महिलाओं ने शंखनाद कर देवी पक्ष की शुरुआत का स्वागत किया। इसी बीच पश्चिम बंगाल में विपक्ष और भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने रविवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी हिंदुओं के बीच विभाजन पैदा करने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने कहा कि वो हिंदुओं को तोड़ने की कोशिश कर रही हैं। वो कभी मुसलमानों से यह नहीं कहतीं कि तुम उर्दू बोलते हो या बंगाली।
भाजपा नेता ने आगे कहा कि मुसलमानों में भी भाषा को लेकर विविधता है। लेकिन हिंदुओं को वो बंटती हैं कभी बंगाली हिंदू, कभी बिहारी हिंदू, कभी गुजराती हिंदू कहकर। वह मुसलमानों को एकजुट करती हैं और हिंदुओं को बांटती हैं। लेकिन इस बार हिंदू गुमराह नहीं होंगे। यह बयान अधिकारी ने पूर्व मेदिनीपुर जिले में महालया के अवसर पर दिया।
क्या है महालया?
महालया पितृ पक्ष के अंतिम दिन मनाया जाता है, जब लोग अपने पूर्वजों को श्रद्धांजलि देते हैं। इस दिन को विशेष रूप से अमावस्या के रूप में मनाया जाता है, जो पितरों के लिए पूजा और तर्पण का दिन होता है। पश्चिम बंगाल के कोलकाता सहित कई जगहों पर श्रद्धालुओं ने गंगा नदी में स्नान कर अपने पूर्वजों के लिए प्रार्थना की। यह माना जाता है कि महालया अमावस्या पर पितरों की पूजा करने से उनके आत्मा को शांति मिलती है और वे अपने परिवार को आशीर्वाद देते हैं।महालया के दिन से ही देवी दुर्गा के आगमन की शुरुआत मानी जाती है। मान्यता है कि इस दिन देवी दुर्गा हिमालय से अपने मायके आती हैं। इसके बाद दुर्गा पूजा का पर्व शुरू होता है, जिसकी चरम उत्सव सप्तमी से लेकर दशमी तक चलता है।