क्या फिर से लगेगी वैक्सीन , कैसे ख़त्म होगा दहशत का माहौल ?
कोविड -19 एक बार फिरभारत में अपने पैर पसारने लगा है। हालांकि इसकी शुरुआत हांगकांग, सिंगापुर से शुरू हुयी. भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक भारत में फिलहाल कोरोना वायरस के 257 एक्टिव मामले हैं. इनमें से 53 मामले मुंबई में हैं. जानकारी की मुताबिक देश में कोरोना के अधिकांश मामले गुजरात, महाराष्ट्र और तमिलनाडु से आए हैं। तमिलनाडु में नए 12, पुंडुचेरी में 12 नए केस की बात सामने आई है। कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के अनुसार, कर्नाटक में कोविड-19 के 16 सक्रिय मामले सामने आए हैं. गुजरात में अहमदाबाद में एक ही दिन में सात नए केस सामने आए हैं. अब तक मुंबई में कोविड-19 से 2 मौतें हो चुकी हैं। एक मृत व्यक्ति हाइपोकैल्सीमिक दौरे के साथ नेफ्रोटिक सिंड्रोम नेफ्रोटिक सिंड्रोम था जबकि दूसरा मरीज कैंसर से पीड़ित था।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मई 2023 में महामारी के खत्म होने की घोषणा की थी लेकिन कोविड-19 वैश्विक स्तर पर अभी भी फैल रहा है. भारत में अधिकांश मामले हल्के हैं और सिर्फ कोरोना से मौत या आईसीयू में भर्ती होने का नए मामलों से संबंध नहीं है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों से विशेष रूप से. बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रस्त लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है.
सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक जो रिपोर्ट आयी है उसके आधार पर जानकारों का कहना है कि ये वैरिएंट पहले के वैरिएंट की तुलना में लोगों को गंभीर बीमार नहीं करेगा लेकिन इसका तेज़ी से फैलना चिंताजनक है.
जबकि महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि मुंबई में इस साल जनवरी से अब तक कोविड-19 से संबंधित दो मौतें हुई हैं. इन लोगों को एक ही समय में दो या उससे अधिक बीमारियां थीं. मृतकों में से एक को हाइपोकैल्सीमिया दौरे के साथ नेफ्रोटिक सिंड्रोम था, जबकि दूसरा कैंसर का मरीज का मरीज था. अस्पताल प्रशासन ने स्पष्ट किया कि ये मौतें कोविड-19 के कारण नहीं, बल्कि हाइपोकैल्सीमिक दौरे के साथ नेफ्रोटिक सिंड्रोम और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के कारण हुई हैं. उन्होंने कहा कि लोगों को घबराने की कोई जरूरत नहीं है.कोरोना वायरस के लिए जनवरी से अब तक कुल 6,066 नमूनों की जांच की गई है, जिनमें से 106 लोग पॉजिटिव पाए गए थे. इनमें से 101 मुंबई से और बाकी पुणे, ठाणे और कोल्हापुर से थे. स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि वर्तमान में 52 मरीजों को हल्के लक्षण हैं जबकि 16 मरीजों का अस्पताल में इलाज चल रहा है.
बृहन्मुंबई नगर निगम ने कहा है कि मई में पिछले महीनों की तुलना में अधिक कोविड मरीज सामने आए हैं, लेकिन चिंता का कारण नहीं है. लेकिन लोगो में इसको लेकर काफी दहशत है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार सिंगापुर और हांग-कांग में बढ़ते मामलों को देखते हुए भारत में सोमवार को स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक की अगुवाई में एक उच्च स्तरीय बैठक हुई.इस बैठक में नेशनल सेंटर फॉर डिसीज़ कंट्रोल, इमरजेंसी मेडिकल रिलीफ़ डिविज़न, डिज़ास्टर मैनेजमेंट सेल, इंडियन काउंसिल ऑफ़ मेडिकल रिसर्च और केंद्र सरकार के अस्पतालों के विशेषज्ञ शामिल हुए.
पीटीआई रिपोर्ट ने सूत्र के हवाले देते हुए बताया कि “बैठक का अंत ये रहा कि भारत में कोरोना-19 की मौजूदा स्थिति नियंत्रण में है. भारत में 19 मई 2025 तक कोविड-19 के मामले 257 हैं, जो देश की बड़ी आबादी को देखते हुए बहुत कम संख्या है. इनमें से लगभग सारे मामले गंभीर नहीं हैं, किसी को अस्पताल में भर्ती कराए जाने की ज़रूरत नहीं पड़ी है.”
देश के ग्रामीण क्षेत्रो में कई जगह लोगो ने वैक्सीन नहीं लगवाई है उनके परिवार के लोगो में उनको लेकर दहशत है। अब तो ऐसे क्षेत्रो में बातचीत ये आम होते देखा जा सकता है कि किसने वैक्सीन ली और किसने नहीं ली। कोरोना की खबर आने से कई जगह माहौल में दहशत है। जानकारों का मानना है की सरकारी स्तर इसका प्रचार -प्रसार होना चाहिए और जिन लोगो ने अभी तक वैक्सीन नहीं लगवाई है उनके लिए एक बार पुनः ऐसे केंद्र स्थापित करने होंगे जिससे दहशत के माहौल को काम किया जा सके।
