
सिलीगुड़ी से मनु कृष्णा की रिपोर्ट
सिलीगुड़ी : ईरान के तेल भंडार पर कब्जा करने की नीयत से परमाणु हथियारों का बहाना बनाकर अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन कर अमेरिका द्वारा किए गए एकतरफा हमले के खिलाफ SUCI (सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया) ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। सोमवार को सिलीगुड़ी में पार्टी की ओर से एक विरोध रैली निकाली गई, जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के प्रतीकात्मक पुतले जलाए गए।
पार्टी का कहना है कि यह हमला केवल ईरान पर नहीं, बल्कि मानवता, संप्रभुता और अंतरराष्ट्रीय न्याय के सिद्धांतों पर भी हमला है। फिलिस्तीन में भी अमेरिका के समर्थन से इज़राइल महिलाओं और बच्चों की हत्या कर रहा है , जो एक सोची-समझी युद्धापराध की साजिश है।
प्रदर्शन कार्यक्रम में SUCI के जिला सचिव गौतम भट्टाचार्य ने कहा, “अमेरिकी साम्राज्यवाद आज पूरी दुनिया में तेल और संसाधनों के लालच में आक्रामक रुख अपनाए हुए है। यह हमला मानवता, स्वतंत्रता और शांति के खिलाफ युद्ध है।”
उनके साथ पार्टी के अन्य नेता तन्मय दत्त, अबुल काशेम, जय लोध और डॉ. शाहरिया आलम भी मौजूद थे। सभी वक्ताओं ने अमेरिका और इज़राइल की आक्रामक नीतियों के खिलाफ देशभर में जनमत तैयार करने की अपील की।
कुल मिलाकर, SUCI का यह प्रदर्शन केवल अंतरराष्ट्रीय राजनीति के खिलाफ विरोध नहीं था, बल्कि एक व्यापक मानवीय संदेश भी लेकर आया। पार्टी का मानना है कि किसी भी साम्राज्यवादी हमले के खिलाफ वैश्विक स्तर पर अब संगठित प्रतिरोध खड़ा करना बेहद जरूरी है।