पश्चिम बंगाल की पहचान बन गईहै मज़दूरी :शमिक भट्टाचार्य

प्रधानमंत्री के आगमन और उनके कार्यक्रमों का रखा लेखा जोखा

न्यूज़ बॉक्स संवाददाता
दुर्गापुर: पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर मे शुक्रवार को आयोजित होने वाली पीएम मोदी की सभा से पहले सभा स्थल का दौरा करने पहुँचे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष शमिक भट्टाचार्य ने ममता और उनकी सरकार पर जमकर निशाना साधा है और उनकी सरकार मे बंगाल की मौजूदा स्थिति व लोगों के हालात के बारे बताया है। उन्होंने कहाकि पश्चिम बंगाल को अन्य राज्यों के लोग मजदूरों के राज्य के नाम से जानते और पहचानते हैं। यहाँ के लोग अपनी बेरोजगारी दूर करने के लिये दिल्ली, नोएडा, गुड़गांव और हरियाणा मे जाकर दिहाड़ी मजदूरी कर अपना व अपने परिजनों का भरण पोषण करते हैं। उन्होंने कहा राज्य के कुछ पढ़े लिखे बेरोजगार युवक अन्य राज्यों मे जाकर आईटी सेक्टर मे कार्य करते हैं और जो लोग कम पढ़े लिखे या फिर अनपढ़ हैं वह लोग दिहाड़ी मजदूरी करते हैं। इसी बीच उन्होंने यह भी कहा की दुर्गापुर मे नए स्तर से शिल्प तैयार किया जा सकता है। उन्होने कहा तेल व गैस के बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री पश्चिम बंगाल के बांकुरा और पुरुलिया जिले में लगभग 1,950 करोड़ रुपये की लागत वाली भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) की सिटी गैस वितरण (सीजीडी) परियोजना की आधारशिला रखेंगे। यह परियोजना घरों, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों और औद्योगिक ग्राहकों को पीएनजी कनेक्शन, खुदरा दुकानों पर सीएनजी उपलब्ध कराएगी और क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी पैदा करेगी। प्रधानमंत्री दुर्गापुर-हल्दिया प्राकृतिक गैस पाइपलाइन के दुर्गापुर से कोलकाता खंड (132 किलोमीटर) को भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे। जिस महत्वाकांक्षी जगदीशपुर-हल्दिया और बोकारो-धामरा पाइपलाइन के अंतर्गत बिछाया गया है। 1,190 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली दुर्गापुर से कोलकाता खंड पश्चिम बंगाल के पूर्व वर्धमान, हुगली और नादिया जिलों से होकर गुज़र रही है इस पाइपलाइन ने अपने कार्यान्वयन चरण के दौरान प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्रदान किया और अब इस क्षेत्र के लाखों घरों को प्राकृतिक गैस की सुगम आपूर्ति होगी।
प्रधानमंत्री दुर्गापुर स्टील थर्मल पावर स्टेशन और दामोदर घाटी निगम के रघुनाथपुर थर्मल पावर स्टेशन की 1,457 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली रेट्रोफिटिंग प्रदूषण नियंत्रण प्रणाली-फ्लू गैस डिसल्फराइजेशन (एफजीडी) भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इससे स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा और क्षेत्र में रोजगार के अवसर पैदा होंगे। उन्होंने प्रधानमंत्री के कार्यक्रमों की भी जानकारी दी ।

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