इंडिया ब्लॉक वोट चोरी के मुद्दे से हुआ एकजुट
अखिलेश यादव ने बैरिकेट फांदा

न्यूज़ केंद्र संवाददाता
नयी दिल्ली /मुंबई :विपक्षी दलों के सांसदों ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) और कथित ‘‘वोट चोरी’’ के खिलाफ सोमवार को संसद भवन परिसर से मार्च निकाला। हालांकि पुलिस ने उन्हें संसद मार्ग पर ही रोक दिया और बाद में हिरासत में ले लिया। राहुल गांधी के समर्थन में विपक्षी सांसदों ने संसद से सड़क तक जोरदार प्रदर्शन किया।
SIR और वोट चोरी पर सड़क से संसद तक संग्राम है। बिहार में मतदाता सूची में गड़बड़ी और चुनावों में कथित धांधली के खिलाफ ‘इंडिया’ ब्लॉक आज शक्ति प्रदर्शन किया। विपक्षी सांसद चुनाव आयोग के दफ्तर तक पैदल जा रहे थे मगर बीच में ही पुलिस ने उन्हें रोक दिया। बताया गया कि उनके पास पैदल मार्च की परमिशन नहीं है। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी इस प्रदर्शन को लीड कर रहे हैं। वह आगे-आगे चल रहे हैं और उनके पीछे-पीछे इंडिया ब्लॉक के सभी सांसद पैदल मार्च में चल रहे हैं।कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से लेकर समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव, एनसीपी (एसपी) के चीफ शरद पवार, टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी समेत विपक्षी इंडिया ब्लॉक के सभी सांसदों ने संसद भवन से चुनाव आयोग के दफ्तर तक पैदल मार्च किया।
लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने वोट चोरी का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग और केंद्र सरकार पर फिर से हमला बोला। उन्होंने चुनाव आयोग के नोटिस पर भी बयान दिया। राहुल गांधी ने संसद परिसर में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, “यह उनका (चुनाव आयोग का) डेटा है. यह मेरा डेटा नहीं है जिस पर मैं हलफनामे पर हस्ताक्षर करूंगा। उस डेटा को अपनी वेबसाइट पर डालें और आपको पता चल जाएगा। यह सब सिर्फ मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए है। यह सिर्फ बेंगलुरु में ही नहीं, बल्कि कई अन्य निर्वाचन क्षेत्रों में भी हुआ है। ” उन्होंने आगे कहा, “चुनाव आयोग जानता है कि उसका डेटा फटेगा. जो वो छिपाने की कोशिश कर रहा है, उसको हम निकाल देंगे। ”
गौरतलब है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बेंगलुरु के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र के आंकड़े सामने रखते हुए 7 अगस्त को आरोप लगाया था कि मतदाता सूची में हेरफेर करके ‘‘वोट चोरी’’ का मॉडल बीजेपी को फायदा पहुंचाने के लिए लागू किया गया है। उन्होंने मीडिया के सामने महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र के मतदाता सूची के आंकड़े प्रस्तुत किए थे। राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि बेंगलुरु मध्य लोकसभा सीट के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में 1,00,250 मतों की चोरी की गई जबकि यह सीट पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 32,707 मतों के अंतर से जीती थी।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, ‘‘भाजपा की कायराना तानाशाही नहीं चलेगी। ये जनता के वोट के अधिकार को बचाने की लड़ाई है। यह लोकतंत्र को बचाने का संघर्ष है। ‘इंडिया’ गठबंधन के साथी संविधान की धज्जियां उड़ाने वाली इस भाजपाई साजिश को बेनकाब करके ही रहेंगे। ’’
विरोध प्रदर्शन के दौरान सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पुलिस के रोके जाने के बाद बैरीकेट फांदकर दूसरी तरफ चले गए। उन्होंने कहा, ‘‘हम वोट बचाने के लिए बैरीकेट फांद रहे हैं। जिन लोगों ने वोट काटे हैं, उनके खिलाफ चुनाव आयोग को कार्रवाई करनी चाहिए। 18 हजार वोटों को मतदाता सूची से हटाया था, जिनकी सूची मैंने खुद दी है। आयोग ने हलफनामा मांगा, हमने दे दिया। हर किसी को मतदान करने का अवसर मिलना चाहिए। ’’
मुंबई में पत्रकारों के साथ बातचीत के दौरान उन्होंने सोमवार (11 अगस्त, 2025) को कहा, “चुनाव आयोग ने हाल ही में राहुल गांधी से हलफनामा देने को कहा। कल या परसों उन्होंने कहा कि हटाए गए सभी नामों को देने की उनकी कोई बाध्यता नहीं है। तो क्या इलेक्शन कमिश्नर राष्ट्रपति या सुप्रीम कोर्ट से भी ऊपर चले गए हैं? क्या उनको इतना अधिकार दिया गया है? क्या ये सुप्रीम कोर्ट का अपमान नहीं है?