अपनी जिम्मेदारी में पूरी तरह विफल रही है मोदी सरकार

न्यूज़ बॉक्स संवाददाता
कोलकाता:तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक बनर्जी केंद्र सरकार पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा नरेन्द्र मोदी सरकार गंभीर आरोपों में गिरफ्तार प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री या मंत्री को हटाने के लिए विधेयक पेश कर बिना जवाबदेही के केवल सत्ता और नियंत्रण हासिल करने में गहरी रुचि रखती है। इसीलिए वो ऐसे संसोधन बिल लेकर आ रही है।
बनर्जी ने यह टिप्पणी ऐसे समय की है जब बुधवार को केंद्र सरकार द्वारा संसद में तीन संविधान संशोधन विधेयक पेश करने की योजना पर काम कर रही थी।
बनर्जी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी पूरी करने के बजाय यह सरकार बिना किसी जवाबदेही के केवल शक्ति, संपत्ति और नियंत्रण हासिल करने में रुचि रखती है। हम इस निरंकुश रवैये की कड़ी निंदा करते हैं और इस दमनकारी संवैधानिक संशोधन विधेयक को पेश किए जाने का विरोध करते हैं।’’उन्होंने भाजपा पर संविधान ‘‘बेचने’’ का आरोप लगाया और दावा किया कि पार्टी के लिए दिया गया एक वोट भी ‘‘भारत की आत्मा को बेचने’’ से कम नहीं है और देश को निजी संपत्ति की तरह चलाने की अनुमति देने जैसा है।
बनर्जी ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार, लोगों को राहत देने और किसानों, मजदूरों व गरीबों के विकास के लिए काम करने के बजाय राष्ट्र की संप्रभुता की रक्षा करने के अपने कर्तव्य को निभाने में विफल रही है।
तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव ने दावा किया, ‘‘विपक्षी दलों और पूरे देश का समर्थन होने के बावजूद केंद्र सरकार में पीओके (पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर) को वापस लेने का साहस नहीं है। यह खोखली बयानबाजी से अपनी पीठ थपथपाती है, लेकिन जब भारत की संप्रभुता की रक्षा करने, हमारी सीमाओं की सुरक्षा करने और हमारे दुश्मनों के खिलाफ दृढ़ कदम उठाने की बात आती है, तो यह कोई ठोस संकल्प नहीं प्रदर्शित करती।’’
बनर्जी ने कहा, ‘‘यह सरकार खुद को जनता-विरोधी, किसान-विरोधी, गरीब-विरोधी, अनुसूचित जाति-विरोधी, अनुसूचित जनजाति-विरोधी, ओबीसी-विरोधी, संघीय ढांचा विरोधी और सबसे ज्यादा भारत-विरोधी साबित कर चुकी है।’’ सांसद अभिषेक बनर्जी ने कहा, ‘‘(महात्मा) गांधी और आंबेडकर के आदर्शों पर बने भारत की आत्मा तानाशाहों और सत्ता-लोलुप शासकों के सामने आत्मसमर्पण नहीं करेगी।’’