विदेश मंत्री से की निदान की गुहार

न्यूज़ बॉक्स संवाददाता
जालंधर :अमेरिका ने कमर्शियल ट्रक ड्राइवर के लिए सभी प्रकार के वर्कर वीजा जारी करने पर तत्काल रोक लगा दी है। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने एक्स पर पोस्ट के जरिए इसकी जानकारी दी। रुबियो ने लिखा, ‘हम तत्काल प्रभाव से कमर्शियल ट्रक ड्राइवरों के लिए सभी प्रकार के श्रमिक वीजा जारी करने पर रोक लगा रहे हैं।’ यह फैसला एक घातक सड़क हादसे के बाद लिया गया है, जिसने राष्ट्रपति ट्रंप के धुर समर्थकों में गुस्से की लहर पैदा कर दी है।
रुबियो ने एक्स पर पोस्ट में कहा, ‘अमेरिकी सड़कों पर बड़े ट्रैक्टर-ट्रेलर ट्रक चलाने वाले विदेशी चालकों की बढ़ती संख्या अमेरिकी जीवन को खतरे में डाल रही है और अमेरिकी ट्रक चालकों की आजीविका को कम कर रही है। रुबियो की कार्रवाई एक ट्रक चालक के फ्लोरिडा में हाईवे पर अवैध रूप से यू-टर्न लेने और इसके चलते घातक हादसे में तीन लोगों की मौत के बाद हुई है।’
वहीं अमेरिका के इस एक्शन पर जालंधर कैंट से कांग्रेस विधायक ने कहा कि अमेरिका को ऐसा नहीं करना चाहिए था।विधायक परगट सिंह ने कहा कि किसी देश के रूल ओर पैरामीटर होते है,लेकिन किसी एक की गलती की सजा सभी को देना गलत है। विधायक ने कहा कि ट्रकिंग का काम किसी भी देश के लिए बैकबोन है। वही कहा कि हमारे इसी काम को लेकर भारत के लोग और खास करके पंजाब के लोग इस काम को लेकर आपस में जुड़े हुए हैं और उनकी आर्थिक व्यवस्था पर काफी असर पड़ेगा।भारत सरकार को इस विषय को खड़ा कर सोल्यूशन निकलना पड़ेगा नहीं तो आने वाले समय में बड़ा नुकसान होगा।
परगट सिंह ने कहा कि अगर एक व्यक्ति से ह्यूमन हॉरर हुआ भी है तो आप पूरे ट्रक ड्राइवरों को बैन नहीं कर सकते हो। आप ट्रक ड्राइवरों की ट्रेनिंग प्रोग्राम को सख्त कर सकते हो,लेकिन ऐसी फैसले किसी भी देश के लिए अच्छे नहीं होते। विधायक ने कहा कि भारत सरकार को इस विषय में संज्ञान लेना चाहिए और इस मामले को लेकर बात करनी चाहिए और इस विषय को सॉल्व करना चाहिए।परगट ने कहा कि अमेरिका का अभी रोजगार बंद होगा और जो टेरिफ रेट है उससे देश के लोग भी प्रभावित होंगे। उन्होंने कहा कि पंजाब के लोग विदेश जाकर ज्यादातर ट्रक ड्राइविंग का काम करते हैं और किसी कम्यूनिटी के साथ ऐसा बर्ताव नहीं होना चाहिए।वही कहा कि एक कम्यूनिटी को लेकर टारगेट नहीं करना चाहिए। वही कहां की इस मामले को लेकर वह साथ में खड़े हैं और भारत की विदेश मंत्री इस बाबत लिखना चाहिए और इस बारे में बात करके समाधान करवाना चाहिए।