गणपति बप्पा को विदा करने की तैयारियां पूरी

न्यूज़ बॉक्स संवाददाता
मुंबई: अनंत चतुर्दशी के मौके पर शनिवार को बप्पा को विदाई देने के लिए मुंबई समेत पूरे महाराष्ट्र में आस्था का जनसैलाब उमड़ने वाला है। दस दिनों तक घर-घर और पंडालों में विराजे गणपति बप्पा अब समुद्र की लहरों के साथ विदा होंगे। मुंबई के समुद्र तटों पर भक्तों की भीड़ उमड़ेगी, तो सड़कों पर हर तरफ ‘गणपति बप्पा मोरया’ के जयकारे गूंजेंगे।
मुंबई महानगरपालिका (BMC) ने इस बार गणेश विसर्जन को लेकर विशेष इंतजाम किए हैं। करीब 10 हजार कर्मचारी भक्तों की सेवा में मौजूद रहेंगे। 2,178 लाइफगार्ड, 56 मोटर बोट और 129 वॉच टावर तैनात किए गए हैं। चौपाटी पर गाड़ियों के रेत में फंसने से बचाव के लिए 1,175 स्टील प्लेट बिछाई गई हैं। छोटे गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए 66 जर्मन राफ्ट उपलब्ध कराए गए हैं। निर्माल्य संग्रहण के लिए 594 कलश और 307 वाहन की व्यवस्था की गई है। साथ ही 42 क्रेन, 287 स्वागत कक्ष, 236 प्राथमिक चिकित्सा केंद्र, 115 एम्बुलेंस, 6,188 पल लाइट्स और 138 सर्चलाइट्स, की व्यवस्था की गई है|
घरेलू और छोटी मूर्तियों के लिए शहरभर में कृत्रिम तालाब बनाए गए हैं। बीएमसी ने इन तालाबों की पूरी जानकारी अपनी वेबसाइट पर साझा की है और क्यूआर कोड भी जारी किए हैं।
कानून व्यवस्था और सुरक्षा की जिम्मेदारी मुंबई पुलिस ने संभाल ली है। 10 एडिशनल कमिश्नर, 37 डीसीपी, 61 एसीपी सहित कुल 2,990 पुलिस अधिकारी और 17,558 जवान तैनात रहेंगे। इसके साथ CAPF, SRPF, QRT, डॉग स्क्वॉड, बॉम्ब स्क्वॉड और एंटी-ड्रोन स्क्वॉड भी तैनात रहेंगे। होमगार्ड भी सुरक्षा का हिस्सा होंगे।पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे विसर्जन के दौरान सहयोग करें, कानून व्यवस्था बनाए रखें और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत 100 या 112 हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करें।
हर साल की तरह इस बार भी मुंबई की चौपाटी, गिरगांव, जुहू ,आक्शा, गोराई और वर्सोवा जैसे बीच पर भारी भीड़ जुटने की संभावना है। रंग-बिरंगे पंडालों से निकली शोभायात्राएं शहर को भक्ति के रंग में रंग देंगी। ढोल-ताशों की गूंज और आस्था से भरे चेहरों के बीच बप्पा की विदाई का नजारा हर किसी के दिल को छू लेने वाला होगा। एक ओर भक्ति और उत्साह का समंदर, तो दूसरी ओर सुरक्षा और व्यवस्था की कड़ी पहरेदारी। बप्पा की विदाई भले आंखों को नम कर दे, लेकिन हर भक्त के दिल में यही भाव रहेगा—“गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी आ।