45 सांसदों को अलग–अलग लोकसभा क्षेत्रों में जिम्मेदारी
न्यूज़ बॉक्स संवाददाता
नई दिल्ली :बिहार विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने तैयार की है खास रणनीति। अलग–अलग राज्यों से 45 सांसदों को बिहार भेजा गया है, जिन्हें चुनावी जिम्मेदारियाँ दी गई हैं। बिहार चुनाव की तैयारियों में बीजेपी के केंद्रीय नेताओं की सक्रियता तेज हो गई है। पार्टी ने देशभर से 45 सांसदों की टीम बिहार भेजने का फैसला किया है। हर सांसद को अलग–अलग लोकसभा क्षेत्रों की जिम्मेदारी दी गई है। ये सांसद अगले दो महीनों तक चुनावी माहौल का जायज़ा लेंगे और सीधे केंद्र को रिपोर्ट देंगे। हर सांसद के साथ 5–6 लोगों की टीम होगी, जिन्हें विधानसभा क्षेत्रों में तैनात किया जाएगा।
दिल्ली – बासुरी स्वराज, मनोज तिवारी- • यूपी – केंद्रीय मंत्री कमलेश पासवान, जितिन प्रसाद, सांसद देवेंद्र सिंह भोले-• झारखंड – निशिकांत दुबे, विद्युत चरण महतो, कालीचरण सिंह, GFX OUT इसके अलावा पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश के सांसद भी इसमें शामिल हैं ।
बीजेपी ने बिहार में अलग–अलग वर्ग और जातियों को साधने के लिए भी विशेष रणनीति बनाई है। पार्टी की नज़र आदिवासी वोट बैंक पर है। भले ही बिहार में एसटी आरक्षित सिर्फ दो सीटें हों, लेकिन लगभग 25 विधानसभा क्षेत्रों में आदिवासी वोट निर्णायक हैं। इन्हीं सीटों पर झारखंड और उड़ीसा के आदिवासी नेताओं को जिम्मेदारी दी गई है।
सीमांचल के कटिहार, पूर्णिया, किशनगंज और दरभंगा जैसे क्षेत्रों में हिंदुत्व की छवि वाले फायरब्रांड सांसदों को उतारा गया है। बीजेपी का कहना है कि चुनाव में कार्यकर्ताओं और नेताओं की राज्यों के हिसाब से तैनाती करना सामान्य बात है। इधर, शनिवार को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और संगठन महामंत्री बीएल संतोष पटना पहुँच रहे हैं। दोनों नेताओं की प्रदेश पदाधिकारियों और रणनीतिकारों के साथ चार सत्रों में बैठक होगी। इसमें प्रत्याशी चयन पर संगठन की रिपोर्ट, आंतरिक सर्वे, एंटी–इंकम्बेंसी और विधानसभा क्षेत्रों से मिले फीडबैक पर चर्चा की जाएगी।