पूर्व आईपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे अररिया विधानसभा से निर्दलीय प्रत्याशी

शुक्रवार को करेंगे नामांकन

न्यूज़ बॉक्स संवाददाता
पटना:बिहार के चर्चित सुपर कॉप आईपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे अररिया विधानसभा से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ेंगे।जिसको लेकर पूर्व आईपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे ने सोमवार को अररिया अनुमंडल कार्यालय से नामांकन के लिए अपना एनआर कटवाया। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को वे नामांकन करेंगे और अररिया विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपनी भाग्य को आजमाएंगे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि यहां की जनता से अपील करने आए है की जात-पात धर्म से ऊपर उठकर वैसे प्रत्याशियों को मतदान करें जो उनके विधानसभा क्षेत्र का विकास कर सके।
पूर्व आईपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे ने कहा कि जाति धर्म से ऊपर उठकर सोच में बदलाव लाकर मतदान करना जरूरी है।उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने पार्टी हिंद सेना का रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन निर्वाचन विभाग को दिया था।लेकिन सात माह के दौरान रजिस्ट्रेशन पार्टी का नहीं हो पाया,ऐसे में उन्होंने पार्टी को आगे मजबूती से लाने के लिए खुद ही चुनाव मैदान में उतरने का मूड बनाया और अररिया और मुंगेर के जमालपुर से चुनाव लड़ने को सोची।उन्होंने कहा कि उनके समर्थक जो रहे हैं।अगर वे चुनाव लड़ते हैं तो व्यक्तिगत तौर पर उनके लिए वह चुनाव में कैंपेन करने का काम करेगा।प्रशासनिक अधिकारी के रूप में अररिया जिला का सेवा किया है और अब प्रतिनिधि के रूप में जनता के सेवा के लिए चुनावी मैदान में आए हैं।

कौन हैं पूर्व IPS शिवदीप लांडे
भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के पूर्व अधिकारी शिवदीप लांडे ने 2006 बैच के आईपीएस अधिकारी है। लांडे ने लगभग एक साल पहले भारतीय पुलिस सेवा से इस्तीफा दे दिया था। वह अपनी शानदार कार्यशैली के कारण ‘बिहार के सिंघम’ के रूप में जाने जाते थे। शिवदीप लांडे (49) की जड़ें भले ही महाराष्ट्र से जुड़ी हुई हैं, लेकिन वह बिहार को अपनी ‘कर्मभूमि’ मानते हैं। लांडे शिवसेना नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री रह चुके विजय शिवतारे के दामाद हैं। 19 सितंबर, 2024 को शिवदीप ने पुलिस सेवा से इस्तीफा दे दिया था। वे बिहार के कई जिलों में बतौर पुलिस अधीक्षक (एसपी) कार्य कर चुके हैं।

लांडे के मुताबिक आईपीएस में रहते हुए लोगों की सेवा करने की पूरी कोशिश की, लेकिन तब मैं अखिल भारतीय सेवा आचरण नियमों से बंधा हुआ था। मुझे अपनी सीमाओं का एहसास तब हुआ, जब बेहद नेक इरादों के बावजूद, मैं उन मामलों में जनता की मदद नहीं कर सका, जो पुलिस के दायरे से बाहर थे।
गौरतलब है कि शिवदीप लांडे का जन्म 29 अगस्त, 1976 को महाराष्ट्र के अकोला जिले में हुआ था। उनके पिता-माता किसान थे। उन्होंने शेगांव के संत गजानन महाराज इंजीनियरिंग कॉलेज से इलेक्ट्रॉनिक्स में बीटेक किया था। उन्होंने 2 फरवरी 2014 को ममता शिवतारे से शादी की, उनकी एक बेटी है जिसका नाम अरहा है। पुलिस सेवा में रहते हुए शिवदीप ने कई अपराधियों को पकड़ा, जिनमें बड़े गैंग और माफिया शामिल थे। यही कारण था कि बिहार पुलिस में उनकी पहचान ‘सिंघम’ के रूप में थी। कहा जाता है कि सेवा में रहते हुए शिवदीप वे अपने वेतन का करीब 60 फीसदी हिस्सा उस संगठन को दान करते थे, जो गरीब लड़कियों के सामूहिक विवाह का आयोजन करता है।

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